All questions of ओज़ोन रिक्तीकरण for UPSC CSE Exam

निम्नलिखित में से कौन सा विकिरण प्रकार पृथ्वी की सतह तक पहुँचने वाले सूर्य के प्रकाश का सबसे ऊर्जावान घटक है और जिसका मानव स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है?
  • a)
    इन्फ्रारेड विकिरण (IR)
  • b)
    दृश्यमान प्रकाश
  • c)
    अल्ट्रावायलेट-बी विकिरण (UV-B)
  • d)
    एक्स-रे
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Akshita Menon answered
सूर्य के विकिरण प्रकार
सूर्य से आने वाला विकिरण विभिन्न प्रकारों में होता है, और इनमें से हर एक का पृथ्वी की सतह पर पहुँचने और मानव स्वास्थ्य पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है।
प्रमुख विकिरण प्रकार
- इन्फ्रारेड विकिरण (IR): यह विकिरण गर्मी के लिए जाना जाता है, लेकिन इसका ऊर्जा स्तर UV विकिरण की तुलना में कम होता है।
- दृश्यमान प्रकाश: यह वह प्रकाश है जो हमें दिखाई देता है। यह महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका स्वास्थ्य पर प्रत्यक्ष प्रभाव UV विकिरण की तरह नहीं होता।
- अल्ट्रावायलेट-बी विकिरण (UV-B): यह विकिरण सूर्य से आने वाला सबसे ऊर्जावान घटक है जो पृथ्वी की सतह तक पहुँचता है। यह मानव स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। UV-B विकिरण त्वचा के कैंसर, त्वचा की उम्र बढ़ने, और आंखों की समस्याओं जैसे मोतियाबिंद का कारण बन सकता है।
- एक्स-रे: ये उच्च ऊर्जा वाले विकिरण हैं, लेकिन ये सामान्यत: सूर्य से नहीं आते हैं और इनके प्रभाव आमतौर पर चिकित्सा अनुप्रयोगों में देखे जाते हैं।
UV-B विकिरण का महत्व
- UV-B विकिरण की ऊर्जा स्तर बहुत अधिक होती है, जिससे यह त्वचा की कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है।
- यह विटामिन D के उत्पादन में सहायक होता है, लेकिन इसकी अधिकता स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है।
निष्कर्ष
इस प्रकार, अल्ट्रावायलेट-बी विकिरण (UV-B) ही वह विकिरण प्रकार है जो पृथ्वी की सतह तक पहुँचने वाले सूर्य के प्रकाश का सबसे ऊर्जावान घटक है और मानव स्वास्थ्य पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है।

ट्रॉपोस्फियर में ओज़ोन को "बुरा" क्यों माना जाता है?
  • a)
    यह हानिकारक यूवी किरणों को अवशोषित करता है।
  • b)
    यह ध्रुवीय स्ट्रैटोस्फेरिक बादलों का निर्माण करता है।
  • c)
    यह धुंध के निर्माण में योगदान करता है।
  • d)
    यह ओज़ोन परत की रक्षा करता है।
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Upsc Toppers answered
ट्रॉपोस्फेयर में ओजोन को "बुरा" माना जाता है क्योंकि यह धुंध के निर्माण में योगदान करता है, जैसा कि पाठ में उल्लेख किया गया है। इसे साँस में लेना ठीक नहीं है और यह वायु को गंदा कर सकता है।

वातावरण की कौन सी परत "अच्छे" ओजोन को समाहित करती है जो पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करती है और हानिकारक UV किरणों को अवशोषित करती है?
  • a)
    ट्रॉपोस्फियर
  • b)
    मेसोस्पीयर
  • c)
    थर्मोस्फीयर
  • d)
    स्ट्रेटोस्फियर
Correct answer is option 'D'. Can you explain this answer?

T.S Academy answered
पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करने वाला "अच्छा" ओजोन, जो हानिकारक UV किरणों को अवशोषित करता है, स्ट्रैटोस्फियर में पाया जाता है, जैसा कि पाठ में उल्लेखित है।

ओजोन का रासायनिक प्रतीक क्या है?
  • a)
    O3
  • b)
    O2
  • c)
    O
  • d)
    O4
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?

Akshita Menon answered
ओजोन का रासायनिक प्रतीक
ओजोन, जो कि एक महत्वपूर्ण गैस है, का रासायनिक प्रतीक O3 है। यह गैस सामान्यतः पृथ्वी की वायुमंडल में पाई जाती है और यह सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण से हमारी रक्षा करती है।
ओजोन के गुण
- संरचना: ओजोन एक त्रिआण्विक गैस है, जिसमें तीन ऑक्सीजन परमाणु होते हैं। इसके विपरीत, सामान्य ऑक्सीजन गैस O2 होती है, जिसमें केवल दो ऑक्सीजन परमाणु होते हैं।
- भौतिक स्थिति: ओजोन एक हल्की नीली गैस है जो गंध में तीव्र होती है और यह उच्च तापमान पर अस्थिर होती है।
ओजोन की भूमिका
- पराबैंगनी विकिरण से सुरक्षा: ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक UV विकिरण को अवशोषित करती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है।
- जलवायु परिवर्तन: ओजोन वायुमंडल में तापमान को प्रभावित करता है और जलवायु परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उपसंहार
इस प्रकार, ओजोन का रासायनिक प्रतीक O3 है, और यह इसकी संरचना और विशेषताओं को दर्शाता है। यह पृथ्वी के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है और इसके संरक्षण की आवश्यकता है।

ओजोन परत के क्षय का प्रमुख कारण क्या है?
  • a)
    सौर विकिरण में वृद्धि
  • b)
    नाइट्रोजन ऑक्साइड की उपस्थिति
  • c)
    क्लोरीन और ब्रोमीन परमाणुओं का उत्सर्जन
  • d)
    ध्रुवीय स्ट्रेटोस्फेरिक बादलों का निर्माण
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Akshita Menon answered
ओजोन परत का महत्व
ओजोन परत पृथ्वी के वायुमंडल में एक महत्वपूर्ण परत है, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है। यह जीवन की रक्षा के लिए आवश्यक है।
ओजोन परत के क्षय के कारण
ओजोन परत के क्षय का प्रमुख कारण क्लोरीन और ब्रोमीन परमाणुओं का उत्सर्जन है। इसके विशेष कारण निम्नलिखित हैं:
  • क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs): ये रासायनिक यौगिक, जो प्रशीतन, एरोसोल स्प्रे और फोम बनाने में उपयोग होते हैं, वायुमंडल में जाकर क्लोरीन छोड़ते हैं।
  • रासायनिक प्रतिक्रिया: क्लोरीन परमाणु ओजोन (O3) के साथ प्रतिक्रिया करके इसे ऑक्सीजन (O2) में बदल देता है, जिससे ओजोन का स्तर कम होता है।
  • अन्य रसायन: ब्रोमीन यौगिक भी ओजोन के क्षय में योगदान करते हैं। ये भी ओजोन के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और इसकी मात्रा को कम करते हैं।

अन्य संभावित कारण
हालांकि, अन्य कारण जैसे सौर विकिरण में वृद्धि और ध्रुवीय स्ट्रेटोस्फेरिक बादलों का निर्माण भी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इनका प्रभाव मुख्यतः क्लोरीन और ब्रोमीन के उत्सर्जन की तुलना में कम है।
निष्कर्ष
इसलिए, ओजोन परत के क्षय का प्रमुख कारण क्लोरीन और ब्रोमीन परमाणुओं का उत्सर्जन है, जो इसके संरक्षण के लिए एक गंभीर खतरा है।

एक क्लोरीन परमाणु कितने ओजोन अणुओं को नष्ट कर सकता है?
  • a)
    1,000 अणु
  • b)
    10,000 अणु
  • c)
    100,000 अणु
  • d)
    1,000,000 अणु
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

ओजोन का क्षय। जब क्लोरीन और ब्रोमीन परमाणु ओजोन के साथ संपर्क में आते हैं, तो वे ओजोन अणुओं को नष्ट कर देते हैं। एक क्लोरीन परमाणु 100,000 से अधिक ओजोन अणुओं को नष्ट कर सकता है, इससे पहले कि इसे स्ट्रैटोस्फीयर से हटा दिया जाए।

वायुमंडल में कुल ओजोन की प्रचुरता को मापने के लिए उपयोग की जाने वाली इकाई क्या है?
  • a)
    ओजोन सूचकांक
  • b)
    डॉब्सन इकाई
  • c)
    ओजोन सांद्रता
  • d)
    ओजोन घनत्व
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

Akshita Menon answered
वायुमंडल में ओजोन की प्रचुरता
वायुमंडल में ओजोन की प्रचुरता को मापने के लिए डॉब्सन इकाई (Dobson Unit) का उपयोग किया जाता है। यह एक मानक माप है जो ओजोन की सांद्रता को दर्शाता है।
डॉब्सन इकाई की परिभाषा
- एक डॉब्सन इकाई वह मात्रा है जो वायुमंडल में ओजोन की एक परत को 0.01 मिमी की मोटाई में मापती है, जब यह 0 डिग्री सेल्सियस और 1 एटमॉस्फियर के दबाव पर होती है।
महत्व
- डॉब्सन इकाइयों का उपयोग वैज्ञानिकों द्वारा ओजोन की परत की मोटाई को समझने के लिए किया जाता है।
- यह इकाई वायुमंडल में ओजोन की स्थिति और इसके परिवर्तनों को ट्रैक करने में मदद करती है, जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
ओजोन के संरक्षण में भूमिका
- ओजोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है।
- ओजोन की कमी के कारण त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
अन्य इकाइयों की तुलना
- ओजोन सूचकांक, ओजोन सांद्रता, और ओजोन घनत्व जैसी अन्य इकाइयाँ भिन्न संदर्भों में उपयोग की जा सकती हैं, लेकिन डॉब्सन इकाई विशेष रूप से ओजोन की कुल प्रचुरता को मापने के लिए मानक है।
इस प्रकार, डॉब्सन इकाई ओजोन की प्रचुरता को मापने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो वायुमंडलीय विज्ञान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कौन सा पदार्थ, जब वायुमंडल में छोड़ा जाता है, क्लोरीन परमाणुओं का एक प्रमुख स्रोत है जो ओजोन हानि में योगदान करता है?
  • a)
    कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
  • b)
    नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx)
  • c)
    क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs)
  • d)
    मीथेन (CH4)
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Lakshya Ias answered
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) क्लोरीन परमाणुओं का एक प्रमुख स्रोत हैं जो ओजोन हानि में योगदान करते हैं, जैसा कि पाठ में उल्लेख किया गया है। जब CFCs टूटते हैं, तो वे वायुमंडल में क्लोरीन छोड़ते हैं।

अंटार्कटिका में ध्रुवीय स्ट्रैटोस्फेरिक बादलों (PSCs) के निर्माण के लिए मुख्य कारक क्या है?
  • a)
    उच्च तापमान
  • b)
    ओज़ोन की उपस्थिति
  • c)
    कम आर्द्रता
  • d)
    अत्यधिक ठंडा तापमान
Correct answer is option 'D'. Can you explain this answer?

Akshita Menon answered
अंटार्कटिका में PSC का महत्व
ध्रुवीय स्ट्रैटोस्फेरिक बादल (Polar Stratospheric Clouds - PSCs) अंटार्कटिका में विशेष रूप से ठंडे मौसम की स्थिति में बनते हैं। इन बादलों का निर्माण मुख्य रूप से निम्न तापमान की वजह से होता है।
ठंडा तापमान
- अंटार्कटिका के ध्रुवीय क्षेत्रों में तापमान अक्सर -80 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है।
- इस अत्यधिक ठंडे वातावरण में, वायुमंडल में मौजूद जल वाष्प ठंडी सतहों पर जमा होकर बर्फ के क्रिस्टल या ठोस बादल बना देता है।
ध्रुवीय स्ट्रैटोस्फेरिक बादलों का निर्माण
- PSCs का निर्माण तब होता है जब तापमान -78 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है।
- इन बादलों में हाइड्रोजन क्लोराइड और हाइड्रोजन ब्रोमाइड जैसे रासायनिक यौगिक भी होते हैं, जो ओज़ोन के क्षय में सहायक होते हैं।
जलवायु परिवर्तन और प्रभाव
- PSCs ओज़ोन परत को क्षति पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, विशेष रूप से वसंत ऋतु में।
- ये बादल वायुमंडल में ओज़ोन के क्षय के लिए आवश्यक रासायनिक प्रतिक्रियाओं को प्रारंभ करते हैं।
निष्कर्ष
- अंटार्कटिका में PSCs का गठन अत्यधिक ठंडे तापमान के कारण होता है।
- इन बादलों का अध्ययन जलवायु परिवर्तन और वायुमंडलीय विज्ञान के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये हमारे ओज़ोन परत के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं।

वायुमंडल में ओजोन परत का क्या महत्व है?
  • a)
    यह पृथ्वी के लिए एक सनस्क्रीन के रूप में कार्य करती है।
  • b)
    यह हानिकारक एक्स-रे को अवशोषित करती है।
  • c)
    यह वैश्विक तापमान को नियंत्रित करती है।
  • d)
    यह वायुमंडल के लिए ऑक्सीजन उत्पन्न करती है।
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?

Upsc Toppers answered
वायुमंडल में ओजोन परत पृथ्वी के लिए एक सनस्क्रीन के रूप में कार्य करती है, जो सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) किरणों को प्रभावी रूप से अवशोषित करती है, जैसा कि पाठ में उल्लेखित है।

मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल किससे संबंधित है?
  • a)
    वैश्विक गर्मी
  • b)
    ओज़ोन परत का क्षय
  • c)
    सतत विकास
  • d)
    खाद्य सुरक्षा
Correct answer is option 'B'. Can you explain this answer?

K.L Institute answered
मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल ओज़ोन परत के क्षय से निपटने के लिए हस्ताक्षरित किया गया था और जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए आगे बढ़ने के लिए भी।

पहला ओजोन छिद्र कब खोजा गया था?
  • a)
    1980 के दशक
  • b)
    1950 के दशक
  • c)
    1970 के दशक
  • d)
    1990 के दशक
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Lohit Matani answered
यह 1970 के दशक में था जब अंटार्कटिका के स्ट्रैटोस्फियर पर ओजोन परत का छिद्र खोजा गया था।

ओज़ोन परत में कमी का कारण क्या है?
  • a)
    कार्बन डाइऑक्साइड
  • b)
    नाइट्रस ऑक्साइड
  • c)
    मीथेन
  • d)
    क्लोरोफ्लोरोकार्बन
Correct answer is option 'D'. Can you explain this answer?

Lakshya Ias answered
ओज़ोन की कमी का मुख्य कारण एसी और रेफ्रिजरेटर में पाए जाने वाले क्लोरोफ्लोरोकार्बन हैं।

कौन से उत्पाद ओज़ोन-क्षयकारी पदार्थों को शामिल करते हैं?
  • a)
    1, 2, 3, 4, 5, 6
  • b)
    2, 3, 4, 6, 7
  • c)
    2, 4, 5, 6, 7
  • d)
    2, 3, 4, 5, 6, 7
Correct answer is option 'C'. Can you explain this answer?

Lohit Matani answered
ओज़ोन-क्षयकारी पदार्थ जैसे गैसें, CFCs, Freons आदि एसी, ओवन, फ्रिज, कीटनाशकों और अग्निशामक में मौजूद होते हैं।

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