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निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। 
कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है। 
Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है? 
  • a)
    कुछ लोगों के लिए सम्भव है 
  • b)
    सभी लोगों के लिए सम्भव है 
  • c)
    सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव है 
  • d)
    सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव है 
Correct answer is option 'A'. Can you explain this answer?
Verified Answer
निम्नलिखित...
कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना, कुछ लोगों के लिए सम्भव है।
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निम्नलिखित...
Explanation:

Understanding the question:
The question is asking for an explanation of the given expression or equation.

Solution:
To solve the given expression, we need to simplify it step by step.
- Starting from the first part of the expression, we have "-", ",". This means subtracting a comma from a negative number.
- Next, we have ",", "-", which represents a comma followed by a negative sign.
- Moving on, we encounter ",", ",", ",", which indicates a series of commas.
- The next part of the expression is "-", which denotes a negative sign.
- Then we have ",", which is a comma.
- Following that, we see "-", which is a negative sign.
- Next, we have ";", which is a semicolon.
- Further, we encounter "‘‘", which represents quotation marks.
- After that, we have ";", which is a semicolon.
- Finally, we reach "Q.", which is the letter Q followed by a period.
Therefore, when we simplify the given expression, we get "Q." as the answer.
Therefore, the correct answer is option 'A'.
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निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है।Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है?a)कुछ लोगों के लिए सम्भव हैb)सभी लोगों के लिए सम्भव हैc)सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव हैd)सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव हैCorrect answer is option 'A'. Can you explain this answer?
Question Description
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है।Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है?a)कुछ लोगों के लिए सम्भव हैb)सभी लोगों के लिए सम्भव हैc)सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव हैd)सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव हैCorrect answer is option 'A'. Can you explain this answer? for Teaching 2024 is part of Teaching preparation. The Question and answers have been prepared according to the Teaching exam syllabus. Information about निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है।Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है?a)कुछ लोगों के लिए सम्भव हैb)सभी लोगों के लिए सम्भव हैc)सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव हैd)सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव हैCorrect answer is option 'A'. Can you explain this answer? covers all topics & solutions for Teaching 2024 Exam. Find important definitions, questions, meanings, examples, exercises and tests below for निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है।Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है?a)कुछ लोगों के लिए सम्भव हैb)सभी लोगों के लिए सम्भव हैc)सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव हैd)सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव हैCorrect answer is option 'A'. Can you explain this answer?.
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Can you explain this answer?, a detailed solution for निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।कवि वाणी के प्रसार से हम संसार के सूख-दुःख, आनंद, क्लेश आदि का शुद्ध स्वार्थमुक्त रूप में अनुभव करते हैं। इस प्रकार के अनुभव के अभ्यास से हृदय का बंधन खुलता है और मनुष्यता की उच्च भूमि की प्राप्ति होती है, किसी अर्थपिशाप-कृपण को देखिए जिसने केवल अर्थ लोभ के वशीभूत होकर क्रोध, दया, श्रृद्धा, भक्ति, आत्माभिमान आदि भावों को एकदम दबा दिया है और संसार के मार्मिक पक्ष से मुँह मोड़ लिया है न सृष्टि के किसी रूपमाधुर्य को देखकर वह पैसों का हिसाब-किताब भूल, कभी मुग्ध होता है, न किसी दीन-दुनिया को देख कभी करूणा से द्रवीभूत होता है, न कोई अपमानसूचक बात सूनकर क्रुद्ध या क्षुब्ध होता है। यदि उससे किसी लोमहर्षक अत्याचार की बात कही जाए तो वह मनुष्य धर्मानुसार क्रोध या घृणा प्रकट करने के स्थान पर रूखाई के साथ कहेगा कि ‘‘जाने दो, हमसे क्या मतलब; चलो अपना काम देखें’ यह महाभयानक मानसिक रोग है, इससे मनुष्य आधा मर जाता है।Q. कवि वाणी द्वारा जीवन निर्वाह करना कहाँ तक सम्भव है?a)कुछ लोगों के लिए सम्भव हैb)सभी लोगों के लिए सम्भव हैc)सभी लोगों के लिए कुछ दिन के लिए सम्भव हैd)सभी लोगों के शानदार जीवन-निर्वाह के लिए सम्भव हैCorrect answer is option 'A'. 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