Table of contents |
|
जलवायु परिवर्तन से महासागरों का रंग परिवर |
|
गहरे समुद्र में खनन |
|
निर्जलीकरण-सहिष्णु पादपों की प्रजातियाँ |
|
जैव विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 |
|
समुद्री घास के मैदान |
|
समुद्र के रंग में परिवर्तन का प्रभाव
महासागरों को रंगीन क्या बनाता है?
अध्ययन और उसके परिणाम को पूरा करने के लिए तरीकों का इस्तेमाल किया गया
निष्कर्ष
चर्चा में क्यों?
फुकुशिमा परमाणु ऊर्जा संयंत्र से समुद्र में 1 मिलियन टन से अधिक जल छोड़ने की जापान की योजना ने पड़ोसी देशों के लिये चिंता उत्पन्न कर दी है, विशेष रूप से दक्षिण कोरिया के लिये। हालाँकि इसके बारे में दावा किया जाता है कि यह जल उपचारित है लेकिन संभावित रूप से रेडियोधर्मी है।
परिचय
मुद्दे से जुड़े हालिया विकास
चिंताएँ
विश्व की अन्य प्रमुख परमाणु आपदाएँ
परमाणु ऊर्जा संयंत्र
चर्चा में क्यों?
गहरे समुद्र में खनन
गहरे समुद्र में खनन से संबंधित पर्यावरणीय चिंताएँ
गहरे समुद्र में खनन का विनियमन
चर्चा में क्यों?
हालिया नए अध्ययन में कृषि और संरक्षण में संभावित अनुप्रयोगों के साथ भारत के पश्चिमी घाट में 62 शुष्कन-सहिष्णु संवहनी (Desiccation-tolerant vascular: DT) की प्रजातियों की खोज की गई है। पादपों की ये प्रजातियाँ कठोर जलवायवीय वातावरण का सामना करने में सक्षम हैं।
निर्जलीकरण/शुष्कन-सहिष्णु पौधे
आबादी
पाए जाने वाले क्षेत्र
विशेषता
महत्त्व:
चर्चा में क्यों?
हाल ही में लोकसभा में जैव विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 पारित किया गया।
पृष्ठभूमि
जैविक विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 के प्रमुख प्रावधान:
जैविक विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 से संबंधित चिंताएँ
चर्चा में क्यों?
समुद्री घास के मैदान
परिचय
महत्त्व
चिंताएँ
भारत में समुद्री घास
पुनरुद्धार के प्रयास
4 videos|266 docs|48 tests
|