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Extract Based Questions: अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले | Hindi Class 10 (Sparsh and Sanchayan) PDF Download

1. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों  के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
बाइबिल के सोलोमेन जिन्हें कुरआन में सुलेमान कहा गया है, ईसा से 1025 वर्ष पूर्व एक बादशाह थे। कहा गया है, वह केवल मानव जाति के ही राजा नहीं थे, सारे छोटे-बड़े पशु-पक्षी के भी हाकिम थे। वह इन सबकी भाषा भी जानते थे। एक दफा सुलेमान अपने लश्कर के साथ एक रास्ते से गुज़र रहे थे। रास्ते में कुछ चींटियों ने घोड़ों के टापों की आवाज़ सुनी तो डर कर एक दूसरे से कहा,’आप जल्दी से अपने-अपने बिलों में चलो, फ़ौज आ रही है। ‘सुलेमान उनकी बातें सुनकर थोड़ी दूर पर रुक गए और चींटियों से बोले, घबराओ नहीं, सुलेमान को खुदा ने सबका रखवाला बनाया है। मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ, सबके लिए मुहब्बत हूँ। चींटियों ने उसके लिए ईश्वर से दुआ की और सुलेमान अपनी मंज़िल की ओर बढ़ गए। ऐसी एक घटना का जिक्र सिंधी भाषा के महाकवि शेख अयाज़ ने अपनी आत्मकथा में किया है। उन्होंने लिखा है – ‘एक दिन उनके पिता नहाकर लौटे। माँ ने भोजन परोसा। उन्होंने जैसे ही रोटी का कौर तोड़ा। उनकी नज़र अपनी बाजू पर पड़ी। वहाँ एक काला च्योंटा रेंग रहा था। वह भोजन छोड़ कर उठ खड़े हुए। ‘माँ ने पूछा,’क्या बात है? भोजन अच्छा नहीं लगा?’ शेख अयाज़ के पिता बोले,’नहीं यह बात नहीं है। मैंने एक घर वाले को बेघर कर दिया है। उस बेघर को कुँए पर उसके घर छोड़ने जा रहा हूँ।’

प्रश्न 1: गद्यांश में सोलोमेन/सुलेमान के बारे में क्या बताया गया है –
(क) वह केवल मानव जाति के ही राजा नहीं थे, सारे छोटे-बड़े पशु-पक्षी के भी हाकिम थे
(ख) वह पशु-पक्षी सबकी भाषा भी जानते थे
(ग) सुलेमान को खुदा ने सबका रखवाला बनाया है
(घ) उपरोक्त सभी 
उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी


प्रश्न 2: चींटियों के घबरा जाने पर सुलेमान ने उनसे क्या कहा –
(क) घबराओ नहीं, सुलेमान को खुदा ने सबका रखवाला बनाया है
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ , सबके लिए मुहब्बत हूँ।
(ग) मैं तुम्हारा रास्ता नहीं छोडूंगा, पहले मुझे जाने दो
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर:
(घ) (क) और (ख) दोनों 


प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – ‘सुलेमान उनकी बातें सुनकर थोड़ी दूर पर रुक गए और चींटियों से बोले, घबराओ नहीं, सुलेमान को खुदा ने सबका रखवाला बनाया है। मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ, सबके लिए मुहब्बत हूँ।
कारण (R) – सुलेमान केवल मानव जाति के ही राजा नहीं थे, सारे छोटे-बड़े पशु-पक्षी के भी हाकिम थे। वह इन सबकी भाषा भी जानते थे। छोटी सी चींटी को भी वे नुक्सान नहीं पहुँचा सकते थे। वे सही मायने में खुदा के फरिश्ते थे।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


प्रश्न 4: महाकवि शेख अयाज़ ने अपने पिता के बारे में क्या जिक्र किया है –
(क) उनके पिता एक नेक दिल इंसान थे 
(ख) उनके पिता कठोर हृदय के व्यक्ति थे 
(ग) उनके पिता भोजन का अपमान करते थे
(घ) उपरोक्त सभी 
उत्तर: (क) उनके पिता एक नेक दिल इंसान थे


प्रश्न 5: गद्यांश से सुलेमान और महाकवि शेख अयाज़ ने अपने पिता के बारे में क्या पता चलता है –
(क) दोनों ही किसी की परवाह नहीं करते थे
(ख) दोनों ही नेक दिल इंसान थे
(ग) दोनों ही जीवों पर दया करने वाले थे
(घ) (ख) और (ग) दोनों
उत्तर: (घ) (ख) और (ग) दोनों 


2. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों  के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
बाइबिल और दूसरे पावन ग्रंथों में नूह नाम के एक पैगंबर का ज़िक्र मिलता है। उनका असली नाम लश्कर था, लेकिन अरब ने उनको नूह के लक़ब से याद किया है। वह इसलिए कि आप सारी उम्र रोते रहे। इसका कारण एक ज़ख़्मी कुत्ता था। नूह के सामने से एक बार एक ज़ख़्मी कुत्ता गुजरा। नूह ने उसे दुत्कारते हुए कहा, ‘दूर हो जा गन्दे कुत्ते !’ इस्लाम में कुत्तों को गन्दा समझा जाता है। कुत्ते ने उसकी दुत्कार सुन कर जवाब दिया……’न मैं अपनी मर्जी से कुत्ता हूँ, न तुम अपनी पसंद से इंसान हो। बनाने वाला सबका तो वही एक है।’ नूह ने जब उसकी बात सुनी और दुखी हो मुद्दत तक रोते रहे। ‘महाभारत’ में युधिष्ठिर का जो अंत तक साथ निभाता नज़र आता है, वह भी प्रतीकात्मक रूप में एक कुत्ता ही था। सब साथ छोड़ते गए तो केवल वही उनके एकांत को शांत कर रहा था।

प्रश्न 1: नूह नाम के एक पैगंबर का ज़िक्र कहाँ मिलता है –
(क) बाइबिल और दूसरे पावन ग्रंथों में
(ख) बाइबिल और पहले पावन ग्रंथों में
(ग) बाइबिल और पाँचवे पावन ग्रंथों में
(घ) बाइबिल और तीसरे पावन ग्रंथों में
उत्तर: (क) बाइबिल और दूसरे पावन ग्रंथों में


प्रश्न 2: नूह का असली नाम क्या था –
(क) पैगंबर
(ख) लक़ब
(ग) लश्कर
(घ) (क) और (ख) दोनों 
उत्तर: (ग) लश्कर


प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – ’न मैं अपनी मर्जी से कुत्ता हूँ, न तुम अपनी पसंद से इंसान हो। बनाने वाला सबका तो वही एक है।’
कारण (R) – इस्लाम में कुत्तों को गन्दा समझा जाता है। इसलिए नूह ने कुत्ते को दुत्कार दिया था जिससे नाराज हो कर कुत्ते ने कहा था कि सबको बनाने वाला वह एक है, जब उसने ही हमें बनाते हुए भेदभाव नहीं किया तो कोई कौन होता है जो हमसे नफ़रत करे।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


प्रश्न 4: कुत्ते की बात सुनकर नूह ने क्या किया –
(क) उन्होंने कुत्ते को भगा दिया
(ख) उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा
(ग) वे दुखी होकर मुद्दत तक रोते रहे
(घ) वे दुखी होकर वहाँ से चले गए 
उत्तर: (ग) वे दुखी होकर मुद्दत तक रोते रहे


प्रश्न 5: महाभारत में कुत्ते का क्या योगदान था –
(क) ‘महाभारत’ में युधिष्ठिर का जो अंत तक साथ निभाता नज़र आता है
(ख) सब साथ छोड़ते गए तो केवल वही उनके एकांत को शांत कर रहा था।
(ग) महाभारत में कुत्ते का कोई योगदान नहीं था
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर: (घ) (क) और (ख) दोनों


3. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों  के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
दुनिया कैसे वजूद में आई? पहले क्या थी? किस बिन्दु से इसकी यात्रा शुरू हुई? इन प्रश्नों के उत्तर विज्ञान अपनी तरह से देता है, धार्मिक ग्रन्थ अपनी-अपनी तरह से। संसार की रचना भले ही कैसे हुई हो लेकिन धरती किसी एक की नहीं है। पंछी, मानव, पशु, नदी, पर्वत, समंदर आदि की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है। यह और बात है कि इस हिस्सेदारी में मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारे खड़ी कर दी हैं। पहले पूरा संसार एक परिवार की समान था अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चूका है। पहले बड़े-बड़े दालानों-आँगनों में सब मिल-जुलकर रहते थे अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है। बढ़ती हुई आबादियों ने समंदर के पीछे सरकाना शुरू कर दिया है, पेड़ों को रास्तों से हटाना शुरू कर दिया है , फैलते हुए प्रदुषण ने पंछियों को बस्तियों से भगाना शुरू कर दिया है। बारूदों की विनाशलीलायों ने वातावरण को सताना शुरू कर दिया। अब गरमी में ज्यादा गरमी, बेवक्त की बरसातें, ज़लज़ले, सैलाब, तूफ़ान, और नित नए रोग, मानव और प्रकृति के इसी असंतुलन के प्रमाण हैं। नेचर की सहनशक्ति की एक सीमा होती है। नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ साल पहले बंबई (मुंबई ) में देखने को मिला था और यह नमूना इतना डरावना था कि बम्बई निवासी डरकर अपने-अपने पूजा-स्थल में अपने खुदाओं से प्रार्थना करने लगे थे। कई सालों से बड़े-बड़े बिल्डर समंदर को पीछे धकेल कर उसकी जमीन को हथिया रहे थे। बेचारा समंदर लगातार सिमटता जा रहा था। पहले उसने अपनी फैली हुई टाँगे समेटीं, थोड़ा सिमटकर बैठ गया। फिर जगह कम पड़ी तो उकड़ूं  बैठ गया। फिर खड़ा हो गया…. जब खड़े रहने की जगह काम पड़ी तो उसे गुस्सा आ गया। जो जितना बड़ा होता है उसे उतना ही कम गुस्सा आता है। परन्तु आता है तो रोकना मुश्किल हो जाता है ,और यही हुआ, उसने एक रात अपनी लहरों पर दौड़ते हुए तीन जहाज़ों को उठा कर बच्चों की गेंद की तरह तीन दिशाओं में फेंक दिया। एक वर्ली के समंदर के किनारे पर आ कर गिरा। दूसरा बांद्रा के कार्टर रोड के सामने औंधे मुँह और तीसरा गेट-वे-ऑफ इंडिया पर टूटफूट कर सैलानियों का नजारा बना बावजूद कोशिश, वे फिर से चलने फिरने के काबिल नहीं हो सके।

प्रश्न 1 . ‘संसार की रचना भले ही कैसे हुई हो लेकिन धरती किसी एक की नहीं है’ का आशय है –
(क) पंछी, मानव, पशु, नदी, पर्वत, समंदर आदि की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है
(ख) धरती एक व्यक्ति की नहीं बल्कि सभी व्यक्तियों की बराबर है
(ग) धरती को सभी में बराबर बाँटा गया है
(घ) संसार की रचना धरती को बाँट कर ही हुई है
उत्तर: (क) पंछी, मानव, पशु, नदी, पर्वत, समंदर आदि की इसमें बराबर की हिस्सेदारी है


प्रश्न 2: पहले और अब के संसार में क्या अंतर है –
(क) पहले पूरा संसार एक परिवार की समान था अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चूका है
(ख) पहले बड़े-बड़े दालानों-आँगनों में सब मिल-जुलकर रहते थे अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है
(ग) मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारे खड़ी कर दी हैं
(घ) उपरोक्त सभी  
उत्तर: (घ) उपरोक्त सभी


प्रश्न 3 . निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – जो जितना बड़ा होता है उसे उतना ही कम गुस्सा आता है
कारण (R) – कई सालों से बड़े-बड़े बिल्डर समंदर को पीछे धकेल कर उसकी जमीन को हथिया रहे थे। बेचारा समंदर लगातार सिमटता जा रहा था। जब जगह कम पड़ी तो उकड़ूं बैठ गया। फिर खड़ा हो गया…. जब खड़े रहने की जगह काम पड़ी तो उसे गुस्सा आ गया।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


प्रश्न 4 . मानव और प्रकृति के असंतुलन के प्रमाण हैं-
(क) गरमी में ज्यादा गरमी, बेवक्त की बरसातें, ज़लज़ले, सैलाब, तूफ़ान, और नित नए रोग
(ख) नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ साल पहले बंबई (मुंबई ) में देखने को मिला था
(ग) बम्बई निवासी डरकर अपने-अपने पूजा-स्थल में अपने खुदाओं से प्रार्थना करने लगे थे
(घ) उपरोक्त सभी 
उत्तर: (क) गरमी में ज्यादा गरमी, बेवक्त की बरसातें, ज़लज़ले, सैलाब, तूफ़ान, और नित नए रोग


प्रश्न 5 . समुद्र के गुस्से के क्या परिणाम निकले  –
(क) ‘उसने एक रात अपनी लहरों पर दौड़ते हुए तीन जहाज़ों को उठा कर बच्चों की गेंद की तरह तीन दिशाओं में फेंक दिया
(ख) एक वर्ली , दूसरा बांद्रा और तीसरा गेट-वे-ऑफ इंडिया पर, वे फिर से चलने फिरने के काबिल नहीं हो सके
(ग) बेचारा समंदर लगातार सिमटता जा रहा था
(घ) (क) और (ख) दोनों
उत्तर: (घ) (क) और (ख) दोनों


4. पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों  के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए –
ग्वालियर में हमारा एक मकान था, उस मकान के दालान में दो रोशनदान थे। उसमें कबूतर के एक जोड़े ने घोंसला बना लिया था। एक बार बिल्ली ने उचककर दो में से एक अण्डा तोड़ दिया। मेरी माँ ने देखा तो उसे दुःख हुआ। उसने स्टूल पर चढ़ कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिश की। लेकिन इस कोशिश में दूसरा अंडा उसी के हाथ से गिरकर टूट गया। कबूतर परेशानी से इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे। उनकी आँखों में दुःख देख कर मेरी माँ की आँखों में आँसू आ गए। इस गुनाह को खुदा से मुआफ़ कराने के लिए उसने पुरे दिन रोज़ा रखा। दिन भर कुछ खाया पिया नहीं। सिर्फ़ रोती रही और बार बार नमाज़ पढ़-पढ़कर खुदा से इस गलती को मुआफ़ करने की दुआ माँगती रही। ग्वालियर से बंबई की दूरी ने संसार को काफी कुछ बदल दिया है। वर्सोवा में जहाँ आज मेरा घर है, पहले यहाँ दूर तक जंगल था। पेड़ थे, परिंदे थे और दूसरे जानवर थे। अब यहाँ समंदर के किनारे लम्बी-चौड़ी बस्ती बन गई है। इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिन्दों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़ कर चले गए हैं। जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा दाल लिया है। इनमें से दो कबूतरों ने मेरे फ्लैट के एक मचान में घोंसला बना लिया है। बच्चे अभी छोटे हैं। उनके खिलाने-पिलाने की जिम्मेवारी अभी बड़े कबूतरों की है। वे दिन में कई-कई बार आते-जाते हैं। और क्यों न आए-जाए उनका भी घर है। लेकिन उनके आने-जाने से हमें परेशानी भी होती है। वे कभी किसी चीज़ को गिराकर तोड़ देते हैं। कभी मेरी लाइब्रेरी में घुस कर कबीर या मिर्ज़ा ग़ालिब को सताने लगते हैं।

प्रश्न 1: लेखक की माँ ने क्या कोशिश की –
(क) लेखक को पंछियों से प्रेम करवाने की कोशिश की
(ख) बिल्ली को उसके किए की सजा देने की कोशिश की
(ग) उसने स्टूल पर चढ़ कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिश की
(घ) इस कोशिश में दूसरा अंडा उसी के हाथ से गिरकर टूट गया
उत्तर: (ग) उसने स्टूल पर चढ़ कर दूसरे अंडे को बचाने की कोशिश की


प्रश्न 2: अपने गुनाह को खुदा से मुआफ़ कराने के लिए –
(क) लेखक की माँ ने कबूतरों से माफी मांगी
(ख) लेखक की माँ ने पुरे दिन रोज़ा रखा
(ग) वह दिन भर रोती रही
(घ) उपरोक्त सभी  
उत्तर: (ख) लेखक की माँ ने पुरे दिन रोज़ा रखा


प्रश्न 3: निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुन कर लिखिए।
कथन (A) – उनके खिलाने-पिलाने की जिम्मेवारी अभी बड़े कबूतरों की है। वे दिन में कई-कई बार आते-जाते हैं। और क्यों न आए-जाए उनका भी घर है। लेकिन उनके आने-जाने से हमें परेशानी भी होती है।
कारण (R) – जहाँ आज घर है, पहले वहाँ दूर तक जंगल था। पेड़ थे, परिंदे थे और दूसरे जानवर थे। अब समंदर के किनारे लम्बी-चौड़ी बस्ती बन गई है। इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिन्दों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़ कर चले गए हैं। जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा दाल लिया है। कहने का तात्पर्य यह है कि हम पंछियों के घर आए हैं न की वे हमारे घर में।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
(ग) कथन (A) गलत है तथा कारण (R) सही है
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही है तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।


प्रश्न 4: कबूतरों  के आने – जाने से लेखक को क्या परेशानियाँ होती थी –
(क) वे दिन में कई-कई बार आते-जाते हैं
(ख) वे कभी किसी चीज़ को गिराकर तोड़ देते हैं
(ग) कभी मेरी लाइब्रेरी में घुस कर कबीर या मिर्ज़ा ग़ालिब को सताने लगते हैं
(घ) (ख) और (ग) 
उत्तर: (घ) (ख) और (ग)  


प्रश्न 5: गद्यांश के अनुसार लेखक की माँ का स्वभाव  –
(क) दयावान तथा संदेदनशील
(ख) अत्याचारी
(ग) नकारात्मक तथा दुष्ट
(घ) पक्षियों को सताने वाली
उत्तर: (क) दयावान तथा संदेदनशील

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