प्रश्न.1. निम्नलिखित में से कौन-सा पादप हॉर्मोन है?
(a) इंसुलिन
(b) थायरॉक्सिन
(c) एस्ट्रोजन
(d) साइटोकाइनिन
सही उत्तर (d) साइटोकाइनिन
प्रश्न.2. दो तंत्रिका कोशिका के मध्य खाली स्थान को कहते हैं-
(a) द्रुमिका
(b) सिनेप्स
(c) एक्सॉन
(d) आवेग
सही उत्तर (b) सिनेप्स
प्रश्न.3. मस्तिष्क उत्तरदायी है
(a) सोचने के लिए
(b) हृदय स्पंदन के लिए
(c) शरीर का संतुलन बनाने के लिए
(d) उपरोक्त सभी
सही उत्तर (d) उपरोक्त सभी
प्रश्न.4. हमारे शरीर में ग्राही का क्या कार्य है? ऐसी स्थिति पर विचार कीजिए जहाँ ग्राही उचित प्रकार कार्य नहीं कर रहे हों| क्या समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं?
पर्यावरण से सभी सूचनाओं का पता कुछ तंत्रिका कोशिकाओं के विशिष्टीकृत सिरों द्वारा लगाया जाता है| ये ग्राही प्रायः हमारी ज्ञानेन्द्रियों में स्थित होते हैं; जैसे- आन्तरिक कर्ण, नाक जिह्वा आदि| रस संवेदी ग्राही स्वाद का पता लगाते हैं जबकि घ्राणग्राही गंध का पता लगाते हैं|
जहाँ ग्राही उचित प्रकार कार्य नहीं करते हैं वहाँ सुनने, सूँघने तथा स्वाद संबंधी रस का पता नही चलता है|
प्रश्न.5. एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) की संरचना बनाइए तथा इसके कार्यों का वर्णन कीजिए|
एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) की संरचना
तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) के कार्य: सभी सूचनाओं को एक तंत्रिका कोशिका के द्रुमाकृतिक सिरे द्वारा उपार्जित की जाती है और एक रासायनिक क्रिया द्वारा यह एक विद्युत् आवेग पैदा करती है| यह आवेग द्रुमिका से कोशिकाकाय तक जाता है और तब तंत्रिकाक्ष (एक्सॉन) में होता हुआ इसके अंतिम सिरे तक पहुँच जाता है| एक्सॉन के अंत में विद्युत् आवेग कुछ रसायनों का विमोचन कराता है| ये रसायन रिक्त स्थान या सिनेप्स को पार करते हैं और अगली तंत्रिका कोशिका की द्रुमिका में इसी तरह का विद्युत् आवेग प्रारंभ करते हैं| यह शरीर में तंत्रिका आवेग की मात्रा की की सामान्य योजना है| इसी तरह का अंतर्ग्रथन (सिनेप्स) अंततः ऐसे आवेगों को तंत्रिका कोशिका से अन्य कोशिकाओं, जैसे कि पेशी कोशिकाओं या ग्रन्थि तक ले जाता है|
प्रश्न.6. पादप में प्रकाशानुवर्तन किस प्रकार होता है?
एक शंकु फ्लास्क को जल से भर कर उसकी ग्रीवा को तार के जाल से ढँक दें| एक ताजा सेम का पौधा तार की जाली पर इस प्रकार रख दें कि उसकी जड़ें जल में भीगी रहें| एक ओर से खुला हुआ गत्ते का बॉक्स लेकर उसमें फ्लास्क को इस प्रकार रखें कि बॉक्स की खुली साइड खिड़की की ओर हो जहाँ से प्रकाश आ रहा है| दो या तीन दिन बाद देखेंगे कि प्ररोह प्रकाश की ओर झुक जाता है तथा जड़ें प्रकाश से दूर चली जाती हैं| अब फ्लास्क को इस प्रकार घुमाएँ कि प्ररोह प्रकाश से दूर तथा जड़ प्रकाश की ओर हो जाएँ| इस प्रकार दोनों में प्रकाशानुवर्तन गतियों में प्ररोह प्रकाश की ओर मुड़कर अनुक्रिया तथा जड़ इससे दूर मुड़कर अनुक्रिया करते हैं|
प्रश्न.7. मेरुरज्जु आघात में किन संकेतों के आने में व्यवधान होगा?
मेरुरज्जु आघात में तंत्रिकाओं तथा विभिन्न ग्राही से आने वाले संकेतों में व्यवधान उत्पन्न होगी| चूँकि ये दोनों संकेत मेरुरज्जु में मस्तिष्क को जाने वाले रास्ते में एक बंडल में मिलती है| इसलिए किसी भी मेरुरज्जु के आघात में दोनों संकेतों में बाधा पहुँचती है|
प्रश्न.8. पादप में रासायनिक समन्वय किस प्रकार होता है?
पादपों में न तो तंत्रिका तंत्र होता है और न ही अन्तःस्रावी तंत्र| लेकिन विभिन्न रासायनिक पदार्थ एक कोशिका से दूसरी कोशिका तक विसरित होते रहते हैं| पादप हॉर्मोन पौधों में वृद्धि, विकास तथा पर्यावरण के प्रति अनुक्रिया के समन्वय में सहायता करते हैं| जब वृद्धि करता पादप प्रकाश को संसूचित करता है, एक हॉर्मोन जिसे ऑक्सिन कहते हैं, यह प्ररोह के अग्रभाग में संश्लेषित होता है तथा कोशिकाओं की लंबाई में वृद्धि में सहायक होता है| प्ररोह की प्रकाश से दूर वाली दिशा में ऑक्सिन का सांद्रण कोशिकाओं की लंबाई में वृद्धि के लिए उद्दीप्त करता है|
प्रश्न.9. एक जीव में नियंत्रण एवं समन्वय के तंत्र की क्या आवश्यकता है?
जीवों में विभिन्न अंग होते हैं| जीवों के अस्तित्व के लिए इन अंगों को सावधानीपूर्वक नियंत्रित और समन्वित किया जाना आवश्यक है| जीवों के अंगों में विभिन्न अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित हॉर्मोन के द्वारा सूचनाओं के संचरण के साधन की तरह प्रयुक्त होते हैं| ये हॉर्मोन एक जीव के समग्र वृद्धि और विकास के लिए जिम्मेदार होते हैं| इसके अतिरिक्त जीवों में नियंत्रण तथा समन्वय तंत्रिका तथा पेशी उत्तकों द्वारा किया जाता है| आकस्मिक परिस्थिति में गर्म पदार्थ को छूना तथा सभी सूचनाओं को मस्तिष्क तक पहुँचाना जीवों में नियंत्रण एवं समन्वय द्वारा ही संभव है|
प्रश्न.10. अनैच्छिक क्रियाएँ तथा प्रतिवर्ती क्रियाएँ एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?
अनैच्छिक क्रियाएँ वे हैं जिस पर हमारे सोचने का कोई नियंत्रण नहीं है तथा ये अग्र तथा पश्चमस्तिष्क से नियंत्रित होती हैं| जबकि प्रतिवर्ती क्रियाएँ किसी घटना की अनुक्रिया के फलस्वरूप अचानक हुई क्रिया को कहते हैं| ये क्रियाएँ मुख्यतः मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित होते हैं|
प्रश्न.11. जन्तुओं में नियंत्रण एवं समन्वय के लिए तंत्रिका तथा हॉर्मोन क्रियाविधि की तुलना तथा व्यतिरेक कीजिए|
प्रश्न.12. छुई-मुई पादप में गति तथा हमारी टाँग में होने वाली गति के तरीके में क्या अंतर है?
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