चर्चा में क्यों?
भारत के प्रधानमंत्री ने त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर के लोगों को उनके 52वें राज्य दिवस पर बधाई दी। 21 जनवरी, 1972 को तीनों राज्य पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत पूर्ण राज्य बन गए। इसलिए, मेघालय का राज्य दिवस हर साल 21 जनवरी को मनाया जाता है।
चर्चा में क्यों?
देश में एक साथ चुनाव कराने से संबंधित मुद्दे की जांच करने और उस पर सिफारिशें करने के लिए भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति ने हाल ही में नई दिल्ली में अपनी तीसरी बैठक की।
एक साथ चुनाव: एक साथ चुनाव कराने के विचार में एक ही समय में लोकसभा (संसद का निचला सदन) और सभी राज्य विधानसभाओं के लिए चुनाव कराना शामिल है। यह मौजूदा प्रथा के विपरीत है, जहां लोकसभा और विभिन्न राज्य विधानसभाओं के लिए अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं, जिससे बार-बार चुनाव होते हैं और संबंधित चुनौतियां होती हैं।
o चुनावों के कारण सामान्य सार्वजनिक जीवन में होने वाले व्यवधानों, जैसे यातायात में वृद्धि और ध्वनि प्रदूषण को सीमित किया जाएगा।
o एक साथ चुनाव कराने से इस प्रक्रिया में अत्यंत आवश्यक परिचालन दक्षता आ सकती है।
कार्यात्मक मुद्दे:
o बार-बार चुनाव होने से राजनीतिज्ञों का मतदाताओं के साथ पुनः संपर्क स्थापित होता है, रोजगारों का सृजन होता है, तथा मतदाताओं को स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर भ्रमित होने से रोका जाता है।
एक साथ चुनाव कराने का विचार जोर पकड़ रहा है। हालांकि, इसके क्रियान्वयन के लिए संवैधानिक, संघीय और तार्किक विचारों को संबोधित करने के लिए गहन विचार-विमर्श की आवश्यकता है।
अगर इस अवधारणा को सोच-समझकर लागू किया जाए, तो भारतीय चुनाव प्रणाली में दक्षता और बेहतर शासन को बढ़ावा मिल सकता है।
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1. त्रिपुरा, मेघालय और मणिपुर का राज्य स्थापना दिवस कब मनाया जाता है? |
2. देश में चुनाव कब और कैसे कराए जाते हैं? |
3. चुनाव आयोग क्या है और इसका क्या काम है? |
4. भारत में चुनाव किस प्रकार के होते हैं? |
5. देश में चुनाव क्यों महत्वपूर्ण होते हैं? |
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