- क्वांटम कंप्यूटिंग: यह हब निर्दिष्ट समय सीमा में 50-1000 भौतिक क्यूबिट के साथ क्वांटम कंप्यूटर विकसित करने की दिशा में काम करेगा, जो उन्हें असाधारण गति और दक्षता के साथ जटिल समस्याओं से निपटने में सक्षम करेगा।
- क्वांटम संचार: हब क्वांटम संचार, सेंसिंग और मेट्रोलॉजी अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाने के लिए एकल-फोटॉन स्रोतों, डिटेक्टरों और उलझे हुए फोटॉन स्रोतों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- क्वांटम सेंसिंग और मेट्रोलॉजी: यह हब सुपरकंडक्टर्स, नवीन अर्धचालक संरचनाओं और टोपोलॉजिकल सामग्रियों जैसे क्वांटम सामग्रियों के डिजाइन और संश्लेषण में योगदान देगा, जिनका उन्नत क्वांटम उपकरणों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव है।
- क्वांटम सामग्री और उपकरण: बुनियादी और व्यावहारिक अनुसंधान के माध्यम से नया ज्ञान उत्पन्न करने पर केंद्रित, यह केंद्र उन्हें सौंपे गए क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देगा, जिससे क्वांटम प्रौद्योगिकी की समग्र क्षमताओं में वृद्धि होगी।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन भारत के लिए क्वांटम प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ने और अपने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का एक परिवर्तनकारी अवसर प्रस्तुत करता है। अनुसंधान एवं विकास, सहयोग और क्षमता निर्माण पर रणनीतिक फोकस के साथ, भारत क्वांटम वर्चस्व की वैश्विक दौड़ में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर सकता है।
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