Class 10 Exam  >  Class 10 Notes  >  कविता का सार - सवैया और कवित्त, क्षितिज II, हिंदी, कक्षा - 10

कविता का सार - सवैया और कवित्त, क्षितिज II, हिंदी, कक्षा - 10 - Class 10 PDF Download

सवैया
श्रीकृष्ण के पैरों में पहनी पायल और कमर में पहनी सुंदर तगड़ी मधुर झंकार कर रही हैं। साँवले शरीर पर पीतांबर शोभा पा रहा है और हृदय पर वनमाला शोभित हो रही है। श्रीकृष्ण ने माथे पर मुकुट धारण किया है। उनके नयन विशाल और चंचल हैं। चंद्रमा के समान सुंदर उनके मुख पर उनकी मंद-मंद मुसकान मानो चाँदनी बिखेर रही है। वे जगत रूपी मंदिर में दीपक के समान प्रकाशित हैं और संपूर्ण ब्रज के दूल्हा हैं।

कवित्त-1
सौंदर्य के राजा कामदेव का शिशु बसंत पूफलों के झबले को पहने हुए है। वह हरे नए पत्तों से ढके नरम बिछौने वाले पेड़ की डालियों के पालने में लेटा है। हवा उसे झुलाती है, तो कोयल उसे हिलाकर खुश करती रहती है। मोर, तोते उससे बातें करते हैं, तो फूलों के रंग-बिरंगे पराग रूपी राई-नमक से कमल की कली रूपी नायिका, उसकी नज़र उतारती है और सुबह होते ही गुलाब चुटकी बजाकर उसे जगाता है।

कवित्त-2
पूर्णिमा की उज्ज्वल चाँदनी स्फटिक के मंदिर-सी दिखाई देती है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि दही का समुद्र उमड़कर चला आ रहा है। मंदिर की विशेषता ऐसी है कि बाहर से भीतर तक कहीं कोई दीवार ही नहीं दिखाई देती। मंदिर का पफर्श दूध के निरंतर उठते हुए फेन से भरा लगता है। इसमें तारा रूपी झिलमिलाती तरुणी नायिका खड़ी प्रतीत होती है। उसकी झिलमिलाहट ऐसी लगती है जैसे मोतियों के प्रकाश में मल्लिका का मकरंद मिल गया हो। शीशे के समान आकाश में चंद्रमा प्यारी राधा के प्रतिबिंब-सा प्रतीत होता है।
 

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FAQs on कविता का सार - सवैया और कवित्त, क्षितिज II, हिंदी, कक्षा - 10 - Class 10

1. सवैया और कवित्त में क्या अंतर है?
उत्तर: सवैया और कवित्त दोनों हिंदी के रचनात्मक आवाज हैं, लेकिन उनमें कुछ अंतर होता है। सवैया एक लघु गीत होता है जो गाया जाता है, जबकि कवित्त एक लघु काव्यांश होता है जो पठने के लिए होता है।
2. क्षितिज II की कविता का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर: "क्षितिज II" के अंतर्गत एक कविता होती है जो हिंदी के छात्रों को नई रचनात्मक उपज के साथ परिचित कराती है। इस कविता में विभिन्न रचनात्मक आवाज और विचारों को व्यक्त किया गया है।
3. "क्षितिज II" पाठ के तहत किस विषय पर चर्चा होती है?
उत्तर: "क्षितिज II" पाठ के तहत विभिन्न गीत और कविताएं होती हैं जो छात्रों को हिंदी साहित्य के विभिन्न आयामों पर चर्चा करने का मौका देती हैं। इसमें साहित्यिक रचनात्मकता, भाषा, विचारों के प्रकार, भाषा के उपयोग, रुचियों का विवरण आदि पर चर्चा की जाती है।
4. "क्षितिज II" के तहत कौन-कौन सी कविताएं शामिल होती हैं?
उत्तर: "क्षितिज II" के तहत कई प्रमुख कविताएं शामिल होती हैं जैसे - "सवैया और कवित्त", "वाख", "आपसी सदभाव", "आदित्य वाला", "आज की रात", "कवित्त" आदि। इन कविताओं में विभिन्न विषयों पर आधारित रचनात्मक आवाज प्रस्तुत की जाती है।
5. "क्षितिज II" के अंतर्गत विद्यार्थियों को क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: "क्षितिज II" के अंतर्गत विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य के विभिन्न आयामों के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ-साथ रचनात्मकता, विचारों को व्यक्त करने की क्षमता, और साहित्यिक भाषा का उपयोग करने की क्षमता मिलती है। इससे विद्यार्थियों का भाषा और साहित्य के प्रति समझ और उनकी साहित्यिक दृष्टि में सुधार होता है।
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