Table of contents | |
परिचय | |
संरचना | |
प्राकृतिक भूगोल | |
अनुदैर्ध्य विभाजन |
भारत की मुख्य भूमि का विस्तार उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम में गुजरात तक है । भारत की क्षेत्रीय सीमा आगे समुद्र से 12 समुद्री मील (लगभग 21.9 किमी) तक फैली हुई है।
क़ानून मील = 63,360 इंच
समुद्री मील = 72,960 इंच
1 क़ानून मील = लगभग 1.6 किमी (1.584 किमी)
1 समुद्री मील = लगभग 1.8 किमी (1.852 किमी)
वर्तमान आकलन से पता चलता है कि पृथ्वी लगभग 4600 मिलियन वर्ष पुरानी है। इसकी भूवैज्ञानिक संरचना और संरचनाओं में भिन्नता के आधार पर।
भारतीय को तीन भूवैज्ञानिक विभाजनों में विभाजित किया जा सकता है। ये भूगर्भीय क्षेत्र व्यापक रूप से भौतिक सुविधाओं का पालन करते हैं:
➤ प्रायद्वीपीय खंड
➤ हिमालय और अन्य प्रायद्वीपीय पर्वत
➤ Indo-Ganga-Brahmaputra Plain
किसी क्षेत्र की 'फिजियोग्राफी' संरचना, प्रक्रिया और विकास के चरण का परिणाम है।
इन वृहद विविधताओं के आधार पर, भारत को फिजिकल डिवीजनों में विभाजित किया जा सकता है:
➤ हिमाचल और उत्तरांचल हिमालय
पश्चिमी हिमालय
➤ दार्जिलिंग और सिक्किम हिमालय
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1. प्राकृतिक भूगोल क्या है? |
2. भारत के प्राकृतिक भूगोल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य बताएँ। |
3. भारत के प्राकृतिक भूगोल का महत्व क्या है? |
4. भारत के प्राकृतिक भूगोल में कौन-कौन सी वनस्पतियाँ पाई जाती हैं? |
5. भारत के प्रमुख वातावरणीय प्रदूषण कारणों में कौन-कौन से शामिल हैं? |
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