गुरु गोविन्द सिंह
1712 - बहादुर शाह प्रथम की मृत्यु जहाँदार शाह का सिंहासनारोहण।
1713 - फर्रुखशियर का सिंहासनारोहण जहाँदार शाह की हत्या।
1714 - बालाजी विश्वनाथ पेशवा, दक्षिण का सूबेदार हुसैन अली हुसैन, अली और मराठों के बीच संधि।
1716 - बंदा बहादुर को प्राणदण्ड, मुगल दरबार में सुरमैन के नेतृत्त्व में दूत मंडल का आगमन।
1717 - ईस्ट इंडिया कम्पनी को बादशाह फर्रुखशियर का फरमान।
1719 - फर्रुखशियर की हत्या कठपुतली शासकों का सिंहासनारोहण और पदच्युति - महमूद शाह का सिंहासनारोहण।
1720 - बाजीराव प्रथम का पेशवा होना सैयद बन्धुओं का पतन।
1724 - सआदत खाँ की अवध के सूबेदार के पद पर नियुक्ति, दक्षिण में निजाम का स्वतन्त्रा होना, कमरुद्दीन की वजीर के पद पर नियुक्ति।
1725 - शुजाउद्दीन की बंगाल के सूबेदार के रूप में नियुक्ति।
1735 - मुगल बादशाह द्वारा पेशवा बाजीराव प्रथम की मालवा के शासक के रूप में स्वीकृति।
1739 - नादिरशाह का दिल्ली पर आक्रमण और उसे लूटना, शुजाउद्दीन की मृत्यु और उसके पुत्रा सरफराज की बंगाल के सूबेदार के रूप में नियुक्ति, वसई और साष्टी पर मराठों का अधिकार।
नादिरशाह का भारत पर आक्रमण
1740 - अलीवर्दी खाँ द्वारा सरफराज खाँ को परास्त कर मार डालना और स्वयं बंगाल का नवाब बन जाना-बालाजी बाजीराव का पेशवा बनना-मराठों द्वारा आरकाॅट पर आक्रमण और उसके नवाब दोस्त अली की पराजय एवं मृत्यु।
1742 - मराठों का बंगाल पर आक्रमण पाण्डिचेरी के गवर्नर के रूप में डूप्ले की नियुक्ति।
1744 - 48 प्रथम कर्नाटक (आंग्ल-फ्रांसीसी) युद्ध।
1745 - रुहिल्लों के अधिकार में रुहेलखण्ड।
1746 - ला बूरदोने द्वारा मद्रास पर अधिकार।
1747 - अहमदशाह अब्दाली द्वारा आक्रमण।
1748 - निजाम चिनक्लिच खान की मृत्यु-बादशाह मुहम्मद शाह की मृत्यु अहमद शाह का सिंहासनारोहण।
1749 - शाहू की मृत्यु-मद्रास पर अंग्रेजों का पुनः अधिकार।
1750 - 54 द्वितीय कर्नाटक युद्ध।
1750 - निजाम नासिर जंग की पराजय और मृत्यु-मुजफ्फर जंग का निजाम बनना।
1751 - राबर्ट क्लाइव द्वारा आरकाॅट पर अधिकार और उसकी सुरक्षा, मुजफ्फर जंग की मृत्यु-सलावत जंग का निजाम बनना-कटक को सौंपकर नवाब अलीवर्दी खाँ का मराठों के साथ सन्धि कर लेना।
1754 - डूप्ले की वापसी, गोदेहू की गवर्नर के रूप में नियुक्ति और अंग्रेजों के साथ उसकी सन्धि- आलमगीर द्वितीय का सिंहासनारोहण।
1756 - अलीवर्दी खाँ की मृत्यु (21 अप्रैल) सिराजुद्दौला का सिंहासनारोहण, उसके द्वारा कलकत्ता पर अधिकार (20 जून) सप्त-वर्षीय युद्ध (1756 - 63) तृतीय कर्नाटक युद्ध।
1757 - अंग्रेजों द्वारा कलकत्ता पर पुनः अधिकार (2 जनवरी) अहमद शाह अब्दाली द्वारा मथुरा और दिल्ली को विध्वंस करना (जनवरी) सिराज और अंग्रेजों के बीच में अलीनगर की संधि (9 फरवरी), अंग्रेजों द्वारा चन्द्रनगर पर अधिकार (मार्च) प्लासी का युद्ध (23 जून) मीरजाफर का नवाब बनाया जाना (28 जून) सिराजुद्दौला का बन्दी बनना और प्राणदण्ड
(2 जुलाई)।
1758 - भारत में लाली का आगमन मराठों द्वारा पंजाब पर अधिकार-फोर्ड द्वारा मुसलीपट्टम् पर अधिकार।
1759- बीदर का युद्ध - शाहजादा अली गौहर द्वारा बिहार पर विफल आक्रमण गाजीउद्दीन द्वारा आलमगीर द्वितीय की हत्या।
1760 - विन्दवास का युद्ध - उद्गीर का युद्ध-नवाब की गद्दी पर मीर कासिम का बैठना-वंसिटार्ट की बंगाल में गवर्नर के पद पर नियुक्ति।
1761 - पानीपत का तृतीय युद्ध (14 जनवरी), पाण्डिचेरी का अंग्रेजों के आगे आत्म-समर्पण-शाहआलम द्वितीय के नाम से अलीगौहर का सिंहासनारोहण, वजीर के रूप में शुजाउद्दौला की नियुक्ति-पेशवा बालाजी बाजीराव की मृत्यु (23 जून), माधवराव का सिंहासनारोहण, मैसूर का नवाब हैदर अली।
1763 - पेरिस की सन्धि-मीर कासिम का बंगाल और बिहार से खदेड़ दिया जाना।
1764 - बक्सर का युद्ध।
बक्सर का युद्ध
1765 - मीर जाफर की मृत्यु-बंगाल में क्लाइव की गवर्नरी का दूसरा कार्यकाल-इलाहाबाद की संधि-शाह आलम द्वारा कम्पनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी सौंपा जाना।
1766 - कम्पनी द्वारा उत्तरी सरकार को हस्तगत करना।
1767 - क्लाइव का प्रस्थान वेरेलेस्ट बंगाल का गवर्नर प्रथम मैसूर युद्ध (1767 - 69)
1770 - बंगाल का भीषण दुर्भिक्ष।
1772 - वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर नियुक्त-पेशवा माधवराव की मृत्यु पेशवा नारायण राव का सिंहासनारोहण और मृत्यु।
1773 - रेगुलेटिंग ऐक्ट का पास होना-रघुनाथ राव अथवा राघोबा का पेशवा बनना।
1774 - पेशवा की गद्दी पर नारायण राव का बैठना, रुहिल्ला युद्ध गवर्नर जनरल के रूप में वारेन हेस्टिंग्स द्वारा पदग्रहण कलकत्ता में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना।
1775 - नन्दकुमार का मुकदमा और फाँसी-प्रथम मराठा युद्ध का प्रारम्भ जो 1782 ईसवी तक चलता रहा।
1776 - पुरन्दर की संधि।
1779 - बडगाँव का समझौता।
1780 - सेनापति पोफम द्वारा ग्वालियर पर अधिकार, द्वितीय मैसूर युद्ध (1780 - 84)
1781 - चेतसिंह का सिंहासन से उतार दिया जाना-रेगुलेटिंग ऐक्ट में संशोधन।
1782 - अवध की बेगमों का मामला-सालबाई की संधि-हैदर अली की मृत्यु।
1783 - फाक्स का इंडिया बिल।
1784 - मंगलोर की संधि द्वारा द्वितीय मैसूर युद्ध की समाप्ति-पिट का इंडिया ऐक्ट।
1785 - वारेन हेस्टिंग्स का गवर्नर-जनरल के पद से त्यागपत्रा।
1786 - गवर्नर-जनरल के पद पर लार्ड कार्नवालिस की नियुक्ति।
1790 - तृतीय मैसूर युद्ध का प्रारम्भ (1790 - 92)।
1792 - श्रीरंगपट्टन की संधि द्वारा तृतीय मैसूर युद्ध की समाप्ति , रणजीत सिंह का सिक्ख मिसल का मुखिया बनना।
1793 - बंगाल में भू-राजस्व का स्थायी बन्दोबस्त-कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण-लार्ड कार्नवालिस की अवकाश-प्राप्ति-गवर्नर-जनरल सर जाॅन शोर।
1794 - महादजी सिंधिया की मृत्यु।
1795 - खरदा अथवा खरद्रला का युद्ध-अहल्याबाई की मृत्यु।
1796 - पेशवा माधवराव नारायण की मृत्यु-बाजीराव द्वितीय पेशवा।
1797 - पंजाब में जमान शाह-अवध के नवाब आसफुद्दौला की मृत्यु।
1798 - गवर्नर-जनरल लार्ड वेलेजली-निजाम द्वारा आश्रित संधि पर हस्ताक्षर।
1799 - चतुर्थ मैसूर युद्ध टीपू की मृत्यु-श्रीरंगपट्टनका पतन-मैसूर का विभाजन-मैसूर की गद्दी पर हिन्दू राजा का अधिष्ठापन-जमान शाह द्वारा रणजीत सिंह की लाहौर के सूबेदार के पद पर नियुक्ति-माल्कम के नेतृत्व में अंग्रेज दूत-मण्डल का फारस पहुँचना-विलियम कैरे द्वारा श्रीरामपुर में बेप्टिस्ट मिशन की स्थापना।
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