पदबंध- जब दो या दो से अधिक (शब्द) पद नियत क्रम और निश्र्चित अर्थ में किसी पद का कार्य करते हैं तो उन्हें पदबंध कहते हैं। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि कई पदों के योग से बने वाक्यांशों को, जो एक ही पद का काम करते हैं, पदबंध कहलाते हैं।
कुछ उदाहरणों की सहायता से पदबंध को और सरलता से समझने का प्रयास करने से पहले आपको पदबंध से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना चाहिए जिससे आप पदबंध को बिना किसी कठिनाई से सरलता से समझ पाएंगे –
कुछ उदाहरणों की सहायता से पदबंध को और अच्छे से समझने की कोशिश करते हैं –
इन चार वाक्यों में रेखांकित शब्द पदबंध है।
मुख्य पद के आधार पर पदबंध के पाँच भेद माने जाते हैं-
1. संज्ञा-पदबंध-
वह पदबंध जो किसी वाक्य में संज्ञा का कार्य करता है, संज्ञा पदबंध कहलाता है। दूसरे अथवा सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि पदबंध का अंतिम अथवा मुख्य पद यदि संज्ञा हो और अन्य सभी पद उसी पर आश्रित हो तो वह ‘संज्ञा पदबंध’ कहलाता है
उदाहरण के लिए –
उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द ‘संज्ञा पदबंध’ है। क्योंकि ये सभी पद मिलकर संज्ञा की ओर संकेत कर रहे हैं।
2. विशेषण पदबंध-
वह पदबंध जो संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताता हुआ वाक्य में विशेषण का कार्य करता है, विशेषण पदबंध कहलाता है। दूसरे अथवा सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि पदबंध का मुख्य अथवा अंतिम शब्द यदि विशेषण हो और अन्य सभी पद उसी पर आश्रित हों तो वह ‘विशेषण पदबंध’ कहलाता है।
उदाहरण के लिए-
उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द ‘विशेषण पदबंध’ है। क्योंकि ये शब्द संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताते हुए विशेषण का कार्य कर रहे हैं।
3. सर्वनाम पदबंध-
वह पदबंध जो वाक्य में सर्वनाम का कार्य करे, सर्वनाम पदबंध कहलाता है।
उदाहरण के लिए –
उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द सर्वनाम पदबंध हैं क्योंकि वे क्रमशः ‘कुछ’ ‘कोई’ और ‘कौन’ इन सर्वनाम शब्दों से सम्बद्ध हैं।
4. क्रिया पदबंध-
वह पदबंध जो अनेक क्रिया-पदों से मिलकर बना हो, क्रिया पदबंध कहलाता है। क्रिया पदबंध में मुख्य क्रिया पहले आती है। उसके बाद अन्य क्रियाएँ मिलकर एक समग्र इकाई बनाती है। यही ‘क्रिया पदबंध’ है। दूसरे अथवा सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि वाक्य में कई पद मिलकर जब क्रिया का कार्य करते हैं तो वह क्रिया पदबंध कहलाता है।
उदाहरण के लिए –
उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द ‘क्रिया पदबंध’ है। क्योंकि ये शब्द वाक्य में क्रिया का कार्य कर रहे हैं।
5. क्रिया विशेषण पदबंध –
जब किसी वाक्य में क्रिया विशेषण का कार्य करने वाले पद हों तो वहाँ क्रिया विशेषण पदबंध होता है। दूसरे अथवा सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि वाक्य में जो पद क्रिया की विशेषता बताने वाले हों वे क्रिया विशेषण पदबंध कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए-
इन वाक्यों में रेखांकित शब्द क्रिया विशेषण के उदाहरण हैं। क्योंकि ये शब्द क्रिया की विशेषता को उजागर कर रहे हैं।
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