चर्चा में क्यों?
सिक्किम ने हाल ही में हिमनद झील के फटने से बाढ़ (Glacial Lake Outburst Flood -GLOF) का अनुभव किया। राज्य के उत्तर-पश्चिम में 17,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित दक्षिण लोनाक झील, एक हिमनदी झील है, जो लगातार बारिश के परिणामस्वरूप अनियंत्रित होकर बाढ़ का करण बनी।
हाल ही में नेचर जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पूर्वी अरब सागर में लगातार उष्णकटिबंधीय चक्रवातों (TC) के कारण जलवायु परिवर्तन से संबंधित चिंताओं पर प्रकाश डाला गया है।
विश्व बैंक द्वारा हाल ही में किए गए एक शोध में बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में शहरों के तेज और निरंतर विकास पर चिंता व्यक्त की गई है।
शहरी क्षेत्रों के भीतर सार्वजनिक खुले स्थानों को तूफान प्रबंधन बुनियादी ढांचे के रूप में शामिल करना महत्वपूर्ण है। यह एकीकरण शहरों को जल-संवेदनशील वातावरण में बदलने में मदद कर सकता है। तूफानी जल के प्रबंधन के लिए इन स्थानों को रणनीतिक रूप से डिजाइन करके, शहर बाढ के प्रति लचीलेपन को बढा सकते हैं, पर्यावरणीय जोखिमों को कम कर सकते हैं और अधिक टिकाऊ शहरी परिदृश्य बना सकते हैं जो निवासियों और पारिस्थितिकी तंत्र दोनों को लाभान्वित करेंगे।
हालांकि, हिन्दुकुश-हिमालयी क्षेत्र नवीन एवं वृद्धिशील पर्वतों से युक्त भौगोलिक रूप से भंगुर (fragile) अवस्था में है, जिसके कारण यह अपरदन एवं भू-स्खलन के प्रति सुभेद्य है। यह क्षेत्र जलवायु परिवर्तन, आपदा, अवसंरचना विकास, भूमि-उपयोग परिवर्तन, नगरीकरण इत्यादि जैसे बलों द्वारा संचालित तीव्रगामी परिवर्तनों से गुजर रहा है। इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार यदि वैश्विक तापन को 1.5°C तक सीमित किया जाता है तो भी हिन्दुकुश-हिमालयी क्षेत्र में तापन 0.3°C तक उच्च रहेगा।
हिन्दुकुश-हिमालयी क्षेत्र जलवायु परिवर्तन और अस्थिरता के प्रति अतिसंवेदनशील है। यदि वैश्विक तापमान में वृद्धि 1.5°C तक सीमित भी रहती है तो वर्ष 2100 तक क्षेत्र में 35% से अधिक हिमनद लुप्त हो जाएंगे। इसलिए इस क्षेत्र में हिमनदों के त्वरित विगलन को सामूहिक रूप से रोकने हेतु अल्पकालिक और दीर्घकालिक जलवायु-संबंधी समस्याओं के प्रति अनुकूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की आवश्यकता है। इस प्रकार के सहयोग को पेरिस जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों की पूर्ति के साथ-साथ संचालित किया जाना चाहिए।
हाल ही में दुनिया भर में प्रवासन प्रवृत्तियों का विश्लेषण करने के लिये आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन पैटर्न पर अंतर्राष्ट्रीय माइग्रेशन आउटलुक, 2023 नामक एक रिपोर्ट जारी की गई।
एक अध्ययन के अनुसार, शुक्र ग्रह, जिसे अक्सर पृथ्वी की बहन कहा जाता है, पर लगभग 4.5 से 3.5 अरब वर्ष पहले विवर्तनिक गतिविधियाँ घटित होने का अनुमान है।
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1. हिमनद झील के फटने से सिक्किम में बाढ़ कैसे होती है? |
2. पूर्वी अरब सागर में चक्रवातों की आवृत्ति में वृद्धि क्यों हो रही है? |
3. बाढ़ प्रवण क्षेत्रों में मानव बस्तियों में वृद्धभूगोल क्यों होता है? |
4. हिमनद झील के फटने से सिक्किम में बाढ़ के कारण क्या हो सकते हैं? |
5. पूर्वी अरब सागर में चक्रवातों की आवृत्ति में वृद्धि के कारण कौन-कौन से इलाके प्रभावित हो सकते हैं? |
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