UPSC Exam  >  UPSC Notes  >  भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi  >  माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना

माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi PDF Download

माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi1.  सामग्री 
(क) स्रोत:  लोग  का  भारत
(ख)  प्रकृति:  समाजवादी,  संप्रभु,  धर्मनिरपेक्ष  लोकतांत्रिक  और  गणतंत्र  राजनीति
(ग) उद्देश्य:  स्वतंत्रता,  न्याय,  समानता और भाईचारे,
(घ) तिथि  के  गोद लेने:  26  नवंबर,  1949

2.  प्रमुख  शब्द
(क) संप्रभु
(i) भारत न तो किसी अन्य राष्ट्र का एक निर्भरता और न ही एक प्रभुत्व है, लेकिन एक स्वतंत्र राज्य है।
(ख) सोशलिस्ट
(i) जोड़ा  द्वारा 42 वें संशोधन 1976 में
(ii) यह है 'लोकतांत्रिक समाजवाद' और नहीं एक 'साम्यवादी समाजवाद'।
(iii) भारतीय समाजवाद है एक मिश्रण की मार्क्सवाद और गांधीवाद।       

  • यह  एक 'मिश्रित अर्थव्यवस्था' प्रणाली है जहाँ सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र सह-अस्तित्व में हैं।

(ग) सेक्युलर
(i) 42 वें  संवैधानिक  संशोधन  अधिनियम  की  1976

  • लेख  25  को  28  की गारंटी धर्म की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार।  

(घ) लोकतांत्रिक
(i)  प्रचलित संप्रभुता का सिद्धांत यानी लोगों द्वारा सर्वोच्च सत्ता पर कब्जा।

  • प्रत्यक्ष लोकतंत्र, लोगों को सीधे अपने सर्वोच्च शक्ति का प्रयोग = जनमत संग्रह, पहल,  याद और  जनमत संग्रह
  • अप्रत्यक्ष लोकतंत्र जहां प्रतिनिधि जनता द्वारा निर्वाचित व्यायाम =  प्रतिनिधि  लोकतंत्र  जो  है  की  दो  -parliamentary और राष्ट्रपति पद के प्रकार।

(ii) सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार, आवधिक चुनाव, कानून का शासन,  न्यायपालिका की स्वतंत्रता  और कुछ आधारों पर भेदभाव का  अभाव भारतीय राजनीति के लोकतांत्रिक चरित्र की अभिव्यक्तियाँ हैं।

(ङ) गणतंत्र 
(i) भारत में एक अप्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित प्रमुख होता है जिसे पांच वर्ष की निश्चित अवधि के लिए राष्ट्रपति कहा जाता है।
(ii) लोगों में राजनीतिक संप्रभुता का निहितार्थ

  • टी वह किसी भी विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग की अनुपस्थिति और इसलिए सभी सार्वजनिक कार्यालयों को बिना किसी भेदभाव के हर नागरिक के लिए खोला जा रहा है              

(च) भाईचारे
(i) व्यक्तिगत और एकता का गरिमा  और  अखंडता  के राष्ट्र।  

  • मौलिक  कर्तव्यों  (अनुच्छेद 51- ए) का कहना है कि इसके बारे में हर नागरिक का कर्तव्य होगा  भारत  को  सद्भाव को बढ़ावा देने  और आत्मा सामान्य भाईचारे की    

(छ)  न्याय
(i) मौलिक अधिकारों और निर्देशक सिद्धांतोंमें पाया गया

  • सामाजिक न्याय सभी नागरिकों को जाति, रंग, नस्ल,  धर्म,  लिंग  ए के आधार पर बिना किसी सामाजिक भेद के समान व्यवहार को दर्शाता है
  • आर्थिक  न्याय  आर्थिक कारकों के आधार पर लोगों के बीच गैर-भेदभाव को दर्शाता है
  • राजनीतिक न्याय का तात्पर्य है कि सभी नागरिकों को समान राजनैतिक अधिकार,  सभी  राजनीतिक  कार्यालयों तक समान पहुँच  और सरकार में समान  आवाज़ होना चाहिए  

(ज) स्वतंत्रता
(i) विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, विश्वास और पूजा की स्वतंत्रता, उनके मौलिक अधिकारों के माध्यम से,  कानून की अदालत में , उल्लंघन के मामले  में लागू  
(i) समानता
(i) का अर्थ है समाज के किसी भी वर्ग के लिए विशेष विशेषाधिकार का अभाव और बिना किसी भेदभाव के सभी व्यक्तियों के लिए पर्याप्त अवसरों  का प्रावधान ।     

  • तीन  आयामों  की  , समानता-नागरिक  राजनीतिक  और  आर्थिक
  • संविधान में अनुच्छेद  14-18, अनुच्छेद  39, अनुच्छेद 325 और 326 = प्रावधान

3.  महत्व 
(क) बुनियादी दर्शन और मौलिक मूल्यों को दर्शाता  है - राजनीतिक, नैतिक और धार्मिक।
(i) संविधान सभा की नेक दृष्टि और संविधान के संस्थापक पिता की आकांक्षाओं को दर्शाता है।     

4.  प्रस्तावना  के रूप में  भाग  के संविधान  
(क) Berubari संघ 16  मामले  (1960) -  नहीं  एक  हिस्सा  का संविधान
(ख) केशवानंद भारती मामले 17 (1973) - भाग के संविधान
(ग) एलआईसी की भारत मामला 18 (1995 ) - संविधान का हिस्सा
(घ) SC की वर्तमान राय
(i) प्रस्तावना न तो विधायिका के लिए शक्ति का स्रोत है और न ही विधायिका की शक्तियों पर प्रतिबंध है।
(ii) यह गैर-न्यायसंगत है, अर्थात इसके प्रावधान कानून की अदालतों में लागू नहीं होते हैं।
5. संशोधन
(क) केवल  एक बार  अब तक संशोधित
(i)  42 वां  संवैधानिक  संशोधन  अधिनियम, 1976
(ii) समाजवादी,  धर्मनिरपेक्ष  और अखंडता शब्द  जोड़े गए।

The document माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi is a part of the UPSC Course भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi.
All you need of UPSC at this link: UPSC
184 videos|557 docs|199 tests

Top Courses for UPSC

FAQs on माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना - भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

1. संविधान क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: संविधान एक राष्ट्र की सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक होता है जो उस देश की नीतियों, संरचनाओं, अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है। यह एक संविधानिक संरचना प्रदान करता है जिसके माध्यम से देश के नागरिकों को अपने अधिकारों की रक्षा करने और न्यायपूर्ण तरीके से अपनी समस्याओं का समाधान करने का अधिकार होता है।
2. संविधान की संशोधन प्रक्रिया क्या है?
उत्तर: संविधान की संशोधन प्रक्रिया भारतीय संविधान में निर्धारित है। इसके अनुसार, संविधान का संशोधन द्विपक्षीय प्रक्रिया होता है जिसमें संविधान संशोधन विधेयक पारित करने के लिए दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) की अनुमति चाहिए। इसके बाद, राष्ट्रपति को इसे संविधान के रूप में स्वीकार करने की आवश्यकता होती है।
3. संविधान की प्रस्तावना क्या होती है?
उत्तर: संविधान की प्रस्तावना एक संविधानिक संरचना का प्रस्ताव होता है जिसके माध्यम से संविधान की सार्वभौमिक और मूलभूत तत्वों को स्पष्ट करते हैं। यह प्रस्ताव भारतीय संविधान के लिए आवश्यक संशोधनों को सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया जाता है।
4. संविधान की प्रस्तावना के दौरान कौन कौन से मुद्दे देखे जाते हैं?
उत्तर: संविधान की प्रस्तावना के दौरान कई मुद्दों पर विचार किया जाता है। ये मुद्दे शामिल हो सकते हैं: राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच समानता, नागरिकों के अधिकार, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, संविधान की संशोधन प्रक्रिया, राष्ट्रीय एकता, राज्यों की अधिकारों की सुरक्षा, आदि।
5. संविधान की प्रस्तावना की क्या महत्वता है?
उत्तर: संविधान की प्रस्तावना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो संविधान के संशोधन को सुनिश्चित करती है। यह उच्चतम न्यायालय द्वारा नीतिगत और कानूनी मुद्दों की जांच करने की सुविधा प्रदान करती है और विभिन्न पक्षों के बीच समझौते को संभव बनाती है। संविधान की प्रस्तावना राष्ट्रीय एकता, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, संविधान की संशोधन प्रक्रिया की शामिलता, आदि के लिए महत्वपूर्ण है।
184 videos|557 docs|199 tests
Download as PDF
Explore Courses for UPSC exam

Top Courses for UPSC

Signup for Free!
Signup to see your scores go up within 7 days! Learn & Practice with 1000+ FREE Notes, Videos & Tests.
10M+ students study on EduRev
Related Searches

practice quizzes

,

Extra Questions

,

Semester Notes

,

mock tests for examination

,

माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

past year papers

,

video lectures

,

Viva Questions

,

shortcuts and tricks

,

माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

माइंडमैप: संविधान की प्रस्तावना | भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC CSE in Hindi

,

Exam

,

ppt

,

Sample Paper

,

Important questions

,

MCQs

,

study material

,

Objective type Questions

,

pdf

,

Previous Year Questions with Solutions

,

Free

,

Summary

;