परिचय
पिछले वर्षों के UPSC- IAS प्रीलिम्स के विषय-वार रुझान से यह स्पष्ट है कि इतिहास UPSC के प्रमुख पसंदीदा विषयों में से एक है और इस विषय से बहुत सारे प्रश्न पूछे जाते हैं। विरासत, कला और संस्कृति के प्रश्न भी प्राचीन इतिहास का एक हिस्सा हैं जो यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में पूछे जाते हैं।
UPSC IAS प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन पेपर I पाठ्यक्रम के इतिहास भाग में प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय इतिहास और भारतीय कला और संस्कृति के प्रश्न शामिल हैं।
इतिहास विषय का महत्व
UPSC की परीक्षा में UPSC prelims और UPSC Mains के General studies -1 पेपर में इतिहास के प्रश्न देखने को मिलते हैं।
- UPSC Prelims: अगर बात करें UPSC Prelims Exam के General studies पेपर की तो उसमें औसतन 15% प्रश्न इतिहास विषय (भारतीय कला व संस्कृति सहित) के प्रत्येक वर्ष पूछे जाते हैं। इसका क्षेत्र 12% से 19% भी कभी कभी हो जाता है।
- UPSC Mains: वहीं UPSC Mains Exam में भी 250 में से लगभग 120-130 नम्बर के प्रश्न इतिहास विषय के General studies -1 में पूछे जाते हैं। इस पेपर में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन , स्वतंत्रता के बाद की घटनाएं , विश्व इतिहास और भारतीय कला व संस्कृति से संबंधित Topics से Questions पूछे जाते हैं।
- इतिहास वैकल्पिक विषय: इस प्रकार हम देखते हैं कि इतिहास विषय अन्य विषयों की अपेक्षा थोड़ा अधिक लाभकारी सिद्ध होता है। इसके अलावा अगर कोई अभ्यर्थी इतिहास को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनता है तो वह अन्य अभ्यर्थियों की अपेक्षा निश्चित ही प्रीलिम्स और मेन्स में इतिहास के प्रश्नों को अच्छे से हल कर सकता है।
इस प्रकार जहां UPSC Prelims में एक-एक आधे-आधे नंबर पर काफी कुछ निर्भर करता है वहां इतिहास के इतने प्रश्न आने से इतिहास की महत्ता (Importance of history) सिद्ध होती है।
UPSC- IAS परीक्षा के लिए इतिहास विषय की तैयारी कैसे करें?
EduRev की टीम ने पिछले तीन सालों में हज़ारों विद्यार्थियों की UPSC परीक्षा उत्तीर्ण करने में सहायता की है, जिसमें अनुदीप दुरीशेट्टी AIR 1 UPSC CSE 2017 भी शामिल हैं, और एक बात जो सभी टॉपर्स के बीच सामान्य थी, वह यह है की उन्होनें UPSC परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए एक मजबूत रणनीति बनायी हुई थी।
इसलिए, इसे ध्यान में रखते हुए, हम आपको पूरी जानकारी प्रदान करना चाहते हैं, जिससे आपको अपनी रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी, जो आपका मूल्यवान समय, पैसा और महनत बचाएगा। और यह सुनिश्चित करेगा कि आप केवल वही पढ़ें जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
1) इतिहास के पाठ्यक्रम को समझें
UPSC ने Prelims परीक्षा में इतिहास विषय का केवल यह Syllabus दिया हुआ है: भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
जैसा कि आप देख सकते हैं, पाठ्यक्रम में केवल 1 पंक्ति का उल्लेख है। आइए अब विवरण देखें।
EduRev टीम ने पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों, सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थानों के नोट्स और अनुशंसित पुस्तकों से शोध करके ऐसे विषयों का चयन किया है जिनसे प्रश्न पूछे जाने की अधिक संभावना है।
प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा के लिए पूरा UPSC पाठ्यक्रम यहाँ से देख सकते हैं।
भारत के इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, को इन में विभाजित किया गया है:
2) पिछले वर्ष के प्रश्नों का विश्लेषण करें
एक बार जब आप पाठ्यक्रम के माध्यम से होते हैं, तो पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र उठाएं और वास्तव में क्या परीक्षा में पूछा जाता है, इसकी समझ प्राप्त करने के लिए उनका विश्लेषण करें।
- उस स्रोत की तलाश करें जो पिछले वर्षों के प्रश्न देता है। ताकि आपको प्रत्येक विषय और पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार की पूरी समझ हो सके।
- History (इतिहास) विषय से संबंधित UPSC Prelims और UPSC Mains के Previous year paper के सभी प्रश्नों को बार बार देखें।
- इतिहास में ही भारतीय कला व संस्कृति का भी Section आ जाता है तो उसे भी आप तैयारी के दौरान भी इतिहास का अंग ही समझें।
- आप यूपीएससी प्रीलिम्स और मेन्स के पिछले 10 वर्षों के प्रश्नपत्र यहां से प्राप्त कर सकते हैं-यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र
- अध्यायवार प्रश्न पत्र UPSC Topic Wise Previous Year Question की मदद से आप पिछले वर्षों के प्रश्नों को Topic- Wise देख सकते हैं।
3) NCERTs से मजबूत आधार तैयार करें
किसी भी इमारत को अधिक मजबूत बनाने के लिए उसकी आधार का मजबूत होना परमावश्यक है। इसी प्रकार इतिहास विषय को एक अच्छे स्तर तक तैयार करने के लिए इतिहास की मूलभूत समझ स्थापित करनी पड़ेगी।
- NCERT: किसी भी विषय के मजबूत Foundational knowledge के लिए NCERT से बेहतर विकल्प कुछ नहीं है। अतः इतिहास विषय की अवधारणा और समझ स्थापित करने के लिए Class 6 to 12 NCERT को अच्छी तरह से आत्मसात कर लेना चाहिए। 6 से 12 तक की Ncert की पुस्तकों को 8 से 10 बार पढ़ने से इतिहास की एक मूलभूत समझ develop हो जाती है।
IAS की तैयारी के लिए (पुराने और नए) NCERTs इस कोर्स की मदद से पढ़ सकते हैं। - NIOS और IGNOU: इसके अलावा अपने इस आधार को बेहतर करने के लिए NIOS और IGNOU की किताबों के साथ जा सकते हैं।
- तमिलनाडु बोर्ड Class 11 & 12: इसके अलावा तमिलनाडु बोर्ड की Class 11 & 12 की किताबें भी इतिहास की standard book मानी जाती है।
- पुरानी NCERT: प्राचीन इतिहास के लिए R.S Sharma की पुरानी NCERT, मध्यकालीन इतिहास के लिए सतीश चंद्र और आधुनिक इतिहास के लिए बिपन चंद्र परीक्षा में मददगार रहेगा।
- NCERT आधारित Test: अपनी नींव को मजबूत करने के लिए NCERT आधारित Tests ज़रूर दें। आप NCERT आधारित Tests का अभ्यास EduRev से भी कर सकते हैं ।
4) UPSC- IAS के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें पढ़ें: स्पेक्ट्रम, नितिन सिंघानिया और अन्य
इतिहास विषय में अन्य विषयों की अपेक्षा अध्ययन स्रोत बहुत ज्यादा उपलब्ध है। ऐसे में अधिकांश प्रतियोगी छात्र उनमें फंस कर काफी समय बर्बाद कर देता है और अच्छा परिणाम नहीं हासिल कर पाता है। अतः अभ्यर्थियों को चहिए की उन कम से कम पुस्तकों को ही अपना साधन बनाएं जिनसे इतिहास के सभी विषयों की जानकारी आसानी से मिले।
- तमिलनाडु बोर्ड Class 11 & 12: 11 वीं और 12 वीं कक्षा के लिए तमिलनाडु बोर्ड की किताबें प्राचीन-मध्यकालीन इतिहास का अध्ययन करने के लिए एक अच्छा और अनुशंसित स्रोत हैं।
- 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी पुस्तकें पढ़ें या तमिलनाडु बोर्ड: या तो 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी पुस्तकें पढ़ें या तमिलनाडु बोर्ड की पुस्तकें। दोनों को पढ़ने की कोशिश मत करें । यह समय की बर्बादी होगी क्योंकि आपको इतना सिलेबस कवर करना होगा।
- कला और संस्कृति के लिए नितिन सिंघानिया: नितिन सिंघानिया पुस्तक के नोट्स कला और संस्कृति भाग में सब कुछ कवर करेंगे और आप के लिए मददगार साबित होंगे। नितिन सिंघानिया के नोट्स अधिक संक्षिप्त हैं और इन्हें पढ़ना चाहिए।
- आधुनिक इतिहास के लिए स्पेक्ट्रम: स्पेक्ट्रम पुस्तक के अंत में आधुनिक इतिहास के लिए दी गई Tables बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन बिंदुओं को ध्यान में रखना मददगार साबित होगा।
- Lucent GK Book: Lucent GK Book प्रीलिम्स के दृष्टिकोण से इतिहास, भूगोल और विज्ञान की तैयारी के लिए एक बहुत अच्छी किताब है। तथ्यात्मक ज्ञान या तथ्यों को एक संक्षिप्त स्थान पर रखने के लिए इस पुस्तक का कम से कम दो बार अध्ययन करें। आधुनिक भारत के लिए ल्यूसेंट बुक के लगभग 40 पृष्ठ हैं, जिसमें सब कुछ बहुत ही संक्षिप्त रूप से शामिल है।
- UPSC परीक्षा के लिए प्रसिद्ध पुस्तकें (सारांश और टेस्ट) इस कोर्स की सहायता से आप मानक पुस्तकों का अध्ध्यन कर सकते हैं।
5) वीडियो व्याख्यान और विस्तृत नोट्स के माध्यम से समझ स्थापित करें
इतिहास विषय को पूरी तरह से याद नहीं किया जा सकता। (यहां याद करने से तात्पर्य रटने की क्रिया से है।) अतः इसकी तैयारी की लिए इसकी एक अच्छी समझ मस्तिष्क में बन जानी चाहिए।
- Concepts को मजबूत करें: एक बार जब आप सभी उल्लिखित पुस्तकों का अध्ययन कर लेते हैं, तो आपको नोट्स और वीडियो व्याख्यान के किसी एक स्रोत का अध्ययन करना चाहिए जो आपकी मदद करेगा Concepts को मजबूत करने के लिए और एक ही विषय को एक अलग दृष्टिकोण से समझने के लिए।
- प्रश्नों के प्रकार के बारे में जानकारी: वीडियो व्याख्यान और विस्तृत नोट्स आपको हाल के वर्षों में पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रकार के बारे में एक उचित विचार देगा। यह आपको प्रभावी ढंग से तैयारी करने में सहायता देगा।
- रिवीजन में मदद: नोट्स और वीडियो लेक्चर के माध्यम से नियमित रिवीजन करने से बेसिक्स को मजबूत करने और विषय में आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
- इतिहास (History) for UPSC (Civil Services) Prelims in Hindi इस कोर्स की मदद से आप वीडियो व्याख्यान और विस्तृत नोट्स पा सकते हैं जो की परीक्षा के लिए बहुत उपयोगी होगी।
6) TopicWise Tests दें
- TopicWise Tests के माध्यम से नियमित revision आपकी तैयारी को वास्तविक बढ़ावा दे सकती है।
- स्पष्ट समझ: इतिहास विषयों के सभी विषयों (और उप-विषयों) पर MCQ टेस्ट इतिहास में स्पष्ट समझ बनाने के लिए सहायक होते हैं।
- स्व-मूल्यांकन: ये Tests आपको स्व-मूल्यांकन में मदद करेंगे और आप जांच सकते हैं कि आपने किसी विषय को पूरी तरह से समझा है या नहीं।
- आप UPSC प्रीलिम्स और मेन्स के पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र यहाँ पा सकते हैं।
- और पिछले 25 वर्षों के UPSC प्रीलिम्स के प्रश्नों को topic wise यहाँ पा सकते हैं।
चरण 7: समाचार पत्रों और करंट अफेयर्स
- समाचार पत्रों और करंट अफेयर्स पर नजर रखें हालांकि इतिहास करंट अफेयर्स से संबंधित नहीं है, लेकिन आपको समाचारों में चर्चा में चल रही ऐतिहासिक और सांस्कृतिक घटनाओं पर नजर रखनी चाहिए।
- आपको संस्कृति संबंधी समाचारों के मासिक संकलन का संदर्भ अवश्य लेना चाहिए। मासिक योजना और कुरुक्षेत्र पत्रिकाओं को यहाँ पढ़ सकते हैं।
- आप करेंट अफेयर्स और द हिंदू विश्लेषण से इस कोर्स की मदद से updated रह सकते हैं। करंट अफेयर्स: दैनिक, साप्ताहिक और मासिक
8) उत्तर लेखन का अभ्यास करें
- उत्तर लेखन का अभ्यास: इतिहास के अध्ययन के साथ साथ आपको उत्तर लेखन का भी अभ्यास करना चाहिए। किन्तु महत्वपूर्ण बात यह है कि आप पहले दिन से ही Answer Writting न करें।
- कम से कम आप एक-दो बार पूरे Syllabus को अच्छी तरह पढ़ लें संभव हो तो notes भी तैयार करने के बाद उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
- ऐसे में आपको अपने Strong zone और weak zone का पता चलेगा और आप उस पर आवश्यकतानुसार मेहनत कर पाएंगे।
- लेकिन जब आप उत्तर लेखन प्रारंभ कर दें तो नियमित रूप से उसे जारी रखें। क्योंकि निरंतरता व्यक्ति की सफलता का मार्ग प्रशस्त करती है।
9: इतिहास के Mock Tests का अभ्यास ज़रूर करें
- अपनी तैयारी के स्तर और स्व-मूल्यांकन को समझने के लिए मॉक टेस्ट का प्रयास ज़रूर करें करें।
- मॉक टेस्ट सीरीज - UPSC Prelims Hindi की मदद से आप विषय आधारित टेस्ट, GS Mock Test, CSAT Mock Test का अभ्यास कर सकते हैं।
अंत में हम उम्मीद करते हैं की आपको इस Document की मदद से इस प्रश्न का सटीक उत्तर मिल गया होगा “सिविल सेवा परीक्षा हेतु भारतीय इतिहास की तैयारी कैसे करें ?” हम आशा करते हैं की आप अपने सफर में कामयाब होंगे।
अन्य महत्वपूर्ण लिंक
- सामान्य विज्ञानं (General Science) for UPSC Prelims in Hindi
- अर्थव्यवस्था (पारंपरिक) for UPSC (Civil Services) Prelims
- भूगोल (Geography) for UPSC Prelims in Hindi
- भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity) for UPSC Prelims in Hindi
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