Table of contents |
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iCET बैठक |
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बैठक के मुख्य परिणाम |
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iCET |
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iCET का महत्व |
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चुनौतियाँ |
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आगे का रास्ता |
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iCET बैठक समाचार में क्यों?
बैठक में विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों जैसे कि अंतरिक्ष, एआई, जैव प्रौद्योगिकी, और स्वच्छ ऊर्जा में रणनीतिक सहयोग की प्रगति पर चर्चा की गई।
iCET, जिसका शुभारंभ जनवरी 2023 में हुआ, का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में सहयोग को बढ़ावा देना है।
iCET भारत और अमेरिका के बीच रक्षा और ऊर्जा में संबंधों को मजबूत करता है, और चीन जैसी चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।
चुनौतियों में तकनीकी सहयोग की जटिलताएँ, निर्यात नियंत्रण, आईपीआर मुद्दे, आपूर्ति श्रृंखला की विश्वसनीयता, फंडिंग में कमी, बुनियादी ढांचे की आवश्यकताएँ, और निजी क्षेत्र की भागीदारी शामिल हैं।
सिफारिशों में द्विपक्षीय मुद्दों को हल करना, प्रौद्योगिकी सुरक्षा उपायों को अनुकूलित करना, नियामक ढांचे, आईपीआर की स्पष्टता, और आर एंड डी निवेश को बढ़ाना शामिल है।
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